ऊंची इमारत कमजोर बुनियाद न नक्शा पास और न कोई मंजूरी

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रिर्पोट ज़ीशान मेहदी

लखनऊ  के हजरतगंज में एक ऐसी ही मल्टीस्टोरी बिल्डिंग ताश के पत्ते माफिक ढह गई। न जाने कितनी जिंदगियां मलबे में है। कुछ खुशकिस्मत बाहर निकल आए। बाकियों के लिए मलबा ही कब्र बन गया है। बिल्डर, अथॉरिटी और पुलिस का “यमराज गठजोड़”है

 

 

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