मेडिकल कालेज में डाक्टरों की लापरवाही से हुई मौत! आरोप-ढ़ाई हज़ार रुपये न देने पर डाक्टरों ने बरती लापरवाही

भीड़ के तेवर से घबराए डाक्टर इमरजेंसी छोड़ कर भागे

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अमन की शान
हरदोई। ऑपरेशन के कुछ ही देर बाद मेडिकल कालेज में भर्ती कराए गए मरीज़ की मौत हो गई। इसके लिए ढ़ाई हज़ार रुपये न देने पर डाक्टरों की लापरवाही बरतने से मौत होने का आरोप लगाते हुए वहां खूब हंगामा किया गया।

 

 

इतना ही नहीं वहां आने-जाने वाली कई गाड़ियों की चाबी निकाल ली गई। भीड़ के तेवर देख कर घबराए डाक्टर इमरजेंसी छोड़ कर भाग निकले। इस बीच वहां पहुंची पुलिस ने किसी तरह हालात काबू किए। सीओ सिटी विनोद कुमार द्विवेदी ने कहा है कि शव का पोस्टमार्टम करा कर सारे मामले की जांच की जाएगी।

 

बताया गया है कि सुरसा थाने के पचकोहरा निवासी 35 वर्षीय संतोष पुत्र तेजपाल को हार्निया और हाइड्रोसील की दिक्कत थी। सोमवार को वह मेडिकल कालेज दिखाने पहुंचा। जहां ओपीडी में मौजूद डा.हरप्रीत सिंह और डा.अरविंद शर्मा ने उसे अॉपरेशन की सलाह दी। संतोष के भाई राहुल का कहना है कि वह साथ में आया था।

 

 

राहुल के मुताबिक अॉपरेशन के लिए 10 हज़ार रुपये की मांग की गई थी ‌ जिस पर संतोष ने 7500 रुपये दे भी दिए और बाकी बचे ढ़ाई हज़ार रुपये अॉपरेशन के बाद देने की बात तय हुई थी। डाक्टर ने जांचें कराई और अगले दिन (मंगलवार) को अॉपरेशन के लिए बुला लिया। मंगलवार को दिन में करीब 12 बजे संतोष को ओटी (ऑपरेशन थियेटर) में बुलाया गया।

 

 

राहुल का कहना है कि वहां बुद्धा नाम के शख्स ने ढ़ाई हज़ार रुपये मांगें और आगाह भी किया था कि रुपये नहीं दिए तो केस बिगड़ भी सकता है। अॉपरेशन के बाद संतोष को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कराया गया, उसके कुछ ही देर बाद हालत बिगड़ गई। राहुल का यह भी आरोप है कि जब वह चिल्लाता हुआ डाक्टरों के पास भागा,तो किसी ने उसकी बात नहीं सुनी।

 

 

नतीजतन संतोष की वहीं मौत हो गई। उसकी मौत होते ही वहां हंगामा होने लगा। डाक्टरों पर ढ़ाई हज़ार रुपये न देने पर लापरवाही बरतने और उसी लापरवाही में संतोष की मौत होने का आरोप लगाया गया। हंगामा कर रहे लोगो ने वहां खड़ी कई गाड़ियों की चाबी निकाल ली। मेडिकल कालेज में एम्बुलेंस-108 के आगे लेट गए। वहां का गेट बंद कर दिया। कुल मिला कर काफी देर तक हंगामा हुआ। भीड़ के तेवर देख कर वहां इमरजेंसी में ड्यूटी कर रहे डाक्टर सब कुछ छोड़ कर भाग निकले।

 

इसके बाद वहां पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लिया। सीओ सिटी विनोद कुमार द्विवेदी भी मेडिकल कालेज पहुंचे। उन्होंने सारी जानकारी ली। सीओ सिटी श्री द्विवेदी का कहना है कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। सारे मामले की गहराई से जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इनसेट-
पुलिस के जवानों ने निभाई डाक्टरों की ज़िम्मेदारी!
हरदोई। डाक्टरों की लापरवाही में मौत होने पर हंगामें के बीच पहुंचे पुलिस जवान इमरजेंसी वार्ड में संतोष के शव को कब्ज़े में लेने के लिए उसके हाथ में लगा वीगो निकलने के लिए डाक्टर,स्टाफ नर्स और वार्ड ब्वाय की काफी देर तक राह देखते रहे, लेकिन वहां कोई नहीं पहुंचा। उसके बाद पुलिस जवान ने उनकी ज़िम्मेदारी निभाई और उसके बाद शव को वहां से बाहर निकाला।

 

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