स्टेडियम में हुई चोरी की जांच करने में जुटी पुलिस प्रधान की तहरीर पर दो के खिलाफ दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट

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खालिद अंसारी/रजनीश सिंह
हरदोई। मिनी स्टेडियम की सुरक्षा के लिए वहां बाउंड्री पर लगाए गए लोहे के एंगिल चोरी कर लिए गए। पुलिस ने प्रधान की तहरीर पर वहीं गांव के दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।

बताया गया है कि ग्राम पंचायत अहिरोरी में बनाए गए मिनी स्टेडियम की सुरक्षा के लिए उसकी बाउंड्री पर लोहे के 185 एंगिल लगावाए गए थे। प्रधान यादवेन्द्र कुमार सिंह ने पुलिस को दी तहरीर में कहा है कि उन्होंने खेल को बढ़ावा देने के लिए मिनी स्टेडियम का निर्माण कराया था।उसकी बाउंड्री पर लोहे के एंगिल लगवा कर तार लगवाए गए थे। लोहे 185 एंगिल चोरी हो गए।

 

तहरीर में गांव के दिलीप उर्फ करिया पुत्र होरी लाल कश्यप व सीटू पुत्र जगदीश के ऊपर चोरी करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने दिलीप उर्फ करिया और सीटू के खिलाफ धारा 379 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है। मामले की जांच एसआई धीरेंद्र कुमार यादव को सौंपी गई है।

 

बाइक की टक्कर से उछल कर दूर गिरी बच्ची की हुई मौत
मझिला थाने के बेंदुआ गांव में रविवार की सुबह हुआ हादसा
अमर आनंद
हरदोई। घर के बाहर खेल रही बच्ची को तेज़ रफ्तार बाइक ने ऐसी ज़ोरदार टक्कर मारी कि वह उछल कर दूर जा गिरी और वहीं उसकी मौत हो गई।इसका पता होते ही वहां शोर-शराबा होने लगा। इसी बीच बाइक चला रहा युवक वहां से भाग गया।

बताया गया है कि रविवार की सुबह बेंदुआ गांव निवासी अंकित की 5 वर्षीय बेटी ईशू घर के बाहर खेल रही थी,उसी बीच उधर से तेज़ रफ्तार में निकल रही बाइक ने उसे इतनी ज़ोरदार टक्कर मारी कि वह उछल कर काफी दूर जा गिरी और वहीं पर उसकी मौत हो गई। हादसा होता देख वहां मौजूद लोग शोर-शराबा करने लगे,उसी बीच बाइक चला रहा युवक वहां से भाग निकला। मासूम ईशू की मौत की खबर सुनते ही उसके घर में कोहराम मच गया। वहां पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए उसका पोस्टमार्टम कराया है। साथ ही हादसे की जांच-पड़ताल करनी शुरू कर दी है।

शिष्या से दूसरी शादी करने वाले गुरुजी ने पहली पत्नी को भगाया
पुलिस ने सीजेएम कोर्ट के आदेश पर तीन लोगों के खिलाफ दर्ज की रिपोर्ट
अमर आनंद
हरदोई। शादी के बाद पहले तो दहेज़ की मांग करते हुए पत्नी को प्रताड़ित किया और उसके बाद अपनी शिष्या से दूसरी शादी करने वाले गुरुजी ने पहली पत्नी और बेटे को घर से बाहर कर दिया। शिकायत करने पर पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया। उसके बाद कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया गया। सीजेएम कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर ऐसा करने वाले गुरुजी के साथ उसकी मां और भाई के खिलाफ धारा 498-ए/494/406/323/504/506 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पिहानी रोड पर भारत गैस एजेंसी के पास रहने वाली रीना पाल ने बताया है कि 1 दिसंबर 2009 को उसकी शादी कोतवाली शहर के आज़ाद नगर (ट्रांजिट हास्टल के पास) निवासी सत्यनाम पाल पुत्र रामकुमार पाल के साथ हुई थी। शादी के बाद से दहेज़ में कार और 5 लाख की नगदी की मांग करते हुए उसे प्रताड़ित किया जाने लगा। रोज़-रोज़ की मारपीट से तंग हो चुके रीना पाल के पिता ने धीरे-धीरे मांग पूरी करने की मोहलत मांगी।

 

 

कुछ दिनों तक सब ठीक रहा,उसी बीच रीना पाल ने बच्चे को जन्म दिया।बेटा होने के बाद भी सत्यनाम पाल अपनी आदतों से बाज़ नहीं आया। निजी स्कूल में पढ़ाने वाले सत्यनाम ने 20 अप्रैल 2021 को अपनी शिष्या से शादी कर ली और उसे घर ले कर पहुंच गया।रीना पाल का कहना है कि दूसरी शादी करने के बाद पति ने ज़ेवर-गहने छीन लिए और उसे व उसके बेटे को घर से बाहर कर दिया। पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया। उसके बाद रीना ने सीजेएम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर कोतवाली शहर की पुलिस ने पति सत्यनाम पाल पुत्र रामकुमार पाल,उसकी मां सावित्री देवी पत्नी रामकुमार पाल और भाई रजनीश पाल के खिलाफ धारा 498-ए/494/496/323/504/506 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। मामले की जांच एसआई विजय प्रताप सिंह को सौंपी गई है।

 

प्रतापगढ़ के बाद क्या सुर्खियों में होगा हरदोई ?
महेंद्र नाम के शख्स प्रतापगढ़ में भी फैला रखा था अपना काकस महेंद्र नाम का वही शख्स हरदोई में भी रुतबा कर रहा है ग़ालिब

 

खालिद अंसारी/अखिलेश सिंह
हरदोई। मेडिकल कालेज प्रतापगढ़ काफी सुर्खियों में छाया रहा,उसकी वजह महेंद्र का नाम का शख्स था। उसकी वजह से वहां के सांसदो और विधायको तक को जूझना पड़ा था और उन्होंने शासन तक अपनी शिकायत पहुंचाईं,जिस पर उसी शख्स की वजह से वहां के प्रिंसिपल तक की न सिर्फ किरकिरी हुई बल्कि उन्हें वहां से हटना भी पड़ा था।

 

प्रतापगढ़ से हटाए गए प्रिंसिपल को हरदोई में तैनात किया गया तो वही महेंद्र नाम का शख्स उनके पीछे-पीछे यहां तक पहुंच गया। नतीजतन मेडिकल कालेज की सारी देखरेख वही बाहरी शख्स करता फिर रहा है। इतना ही जब प्रिंसिपल राउंड पर होते है तो वह उनके प्रोटोकॉल में शामिल रहता है।इन दिनों महेंद्र नाम के उस शख्स के किस्से आम होते जा रहें हैं। इतना ही नहीं इस सारे मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

बताते चलें कि पिछले कुछ महीनों पहले मेडिकल कालेज प्रतापगढ़ में महेंद्र नाम के एक शख्स ने अपना काफी रुतबा बुलंद कर रखा था। तब वहां वही प्रिंसिपल हुआ करते थे,जो अब यहां है।उस महेंद्र की हरकतें वहां के सांसद और विधायकों तक को अखरने लगी थी। जिस पर कोर कमेटी की बैठक में उसके ऊपर कई गंभीर आरोप लगाए गए और शासन से भी शिकायत की गई। नतीजतन प्रिंसिपल को वहां से हटना पड़ा था। अब उन्ही प्रिंसिपल को हरदोई मेडिकल कालेज की बागडोर दे दी गई है। उनके यहां आते ही वहीं महेंद्र नाम का शख्स भी आ गया। कहीं पर कुछ हुआ या फिर होना होता है,तो वही बाहरी शख्स आगे-आगे रहता है।

 

इतना ही नहीं जब प्रिंसिपल मेडिकल कालेज का राउंड करते हैं तो वह उनके प्रोटोकॉल की तरह साथ-साथ रहा करता है। उसे देख कर लोग कहने लगे हैं प्रतापगढ़ के बाद अब उसी महेंद्र की वजह से हरदोई भी सुर्खियों में आने वाला है। बताया जाता है कि अस्पताल प्रशासन ने कुछ दिन पहले चार नामों की सूची तैयार कर उन्हें रिटेनर बनाने की सिफारिश की गई थी। जिसमें महेंद्र का नाम भी शामिल था। अब लोग इस बात से उलझे हुए हैं कि महेंद्र है कौन ? सवाल किया जा रहा है कि क्या प्रतापगढ़ वाला ही महेंद्र है,जिसने बाहरी होते हुए वहां रह कर अपना सिक्का चलाया।

कोई नहीं जानता कौन है महेंद्र
हरदोई। मेडिकल कालेज में रौब गालिब करने वाले महेंद्र के बारे में बताया गया है कि वह इससे पहले तैनात रह चुका है, जबकि वहां उसे कोई पहचानता तक नहीं। तमाम ऐसे पुराने लोगों में से कोई भी बताने को तैयार नहीं कि महेंद्र नाम का यह शख्स कब तैनात था।खास बात तो यह है कि सीएमएस ने जो चिट्ठी जारी की है, उसमें सूची में दिए गए चारों लोगों के यहां तैनात होने का दावा किया गया है।

 

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