साफ्ट हिन्दुत्व मृगमरीचिका समान-लौटन राम निषाद

सपा सरकार की उपेक्षा के कारण अतिपिछड़ी जातियाँ फँस गयीं भाजपा के झांसे में

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लखनऊ। अखिलेश यादव की नेतृत्व वाली सपा सरकार में गैर यादव अतिपिछड़ी जातियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया गया। भारतीय ओबीसी महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता लौटन राम निषाद ने कहा कि अखिलेश यादव कुर्मी, निषाद, लोधी, किसान, पाल, शाक्य/कुशवाहा, गुर्जर आदि जातियों को राज्यमंत्री बनाकर एवं महत्वहीन पद देकर राजनीतिक अपमान किए।

 

उन्होंने कहा कि सपा सुप्रीमो के अपरिपक्वता के कारण ही भाजपा फर्श से अर्श पर पहुँच गयी। अखिलेश यादव के मंत्रिमंडल में 7 यादव,6-6 ब्राह्मण, राजपूत, मुस्लिम को कैबिनेट मंत्री के साथ इन्ही जातियों के दर्जनों नेताओं को मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) और राज्यमंत्री बनाया गया, वही निषाद, कुर्मी, कुशवाहा/शाक्य, पाल,लोधी, किसान जाति को महत्वहीन राज्यमंत्री बनाकर सामाजिक राजनीतिक अपमान किया गया। पहली बार चुनाव जीते मनोज पांडेय, अभिषेक मिश्रा, विजय मिश्रा आदि को कैबिनेट व स्वतन्त्र प्रभार मंत्री बनाया गया, वहीं मानपाल सिंह वर्मा, राममूर्ति सिंह वर्मा, राममूर्ति वर्मा, विजय बहादुर पाल, आलोक शाक्य, नरेन्द्र वर्मा,शंख लाल मांझी आदि जैसे वरिष्ठ नेताओं को राज्यमंत्री बनाकर दोयम दर्जे का व्यवहार किया गया।

 

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जिस मुख्यमंत्री आवास में रहते थे,खाली करने पर उसे गोमूत्र और गंगाजल से धुलवाकर शुद्धिकरण कराया गया,फिर भी सामाजिक व जातीय अपमान का एहसास नहीं हो रहा। अखिलेश यादव के कारण यादव समाज नायक से खलनायक बना दिया गया। दो जातिवादी नेताओं के कहने पर लोक सेवा आयोग में की गई त्रिस्तरीय आरक्षण नियमावली को खत्म कर पिछड़ों, दलितों के साथ अन्याय किया गया।

 

निषाद ने कहा कि दो नाव पर सवार होने वाले नेता से पिछड़ों, दलितों, वंचितों का भला होने वाला नहीं है। जो नेता खुद गुमराह रहेगा,वह समाज को क्या दिशा देगा।उन्होने साफ्ट हिन्दुत्व को मृगमरीचिका समान बताते हुए कहा कि इससे भाजपा के कोर वोटबैंक में सेंधमारी सम्भव नहीं बल्कि अपने कोर वोटबैंक को भी भड़काना है। उन्होंने कहा कि सपा, बसपा, काँग्रेस लाख जुगाड़ कर लें, दशकों तक सवर्ण भाजपा को छोडकर इनके पाले में नहीं आने वाले हैं। भाजपा को साफ्ट हिन्दुत्व से नहीं सोशल जस्टिस से ही पटखनी दी जा सकती है।

 

 

उन्होंने कहा कि 111 या 151 कुंडीय यज्ञ,हवन कर साफ्ट हिन्दुत्व का दिखावा करने से राजनीतिक परिवर्तन नहीं होगा,सोशल इंजीनियरिंग व सोशल जस्टिस के द्वारा ही छद्म राष्ट्रवादी,मण्डल विरोधी भाजपा का मुकाबला किया जा सकता है।

 

निषाद ने कहा कि काँग्रेस से गठबंधन के बिना सपा का कोई भविष्य नहीं है। यादव और मुसलमान सपा के गुलाम नहीं। उन्होंने कहा कि देश को राहुल गांधी जी जैसे साहसी नेता की जरूरत है ,दो राह पर चलने वाले गुमराह नेता की नहीं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी जी ने साफतौर पर कह दिए कि हमे साफ्ट हिन्दुत्व का नाटक नहीं करना है,सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ना है। उन्होंने जिसकी जितनी आबादी, उसको मिले उतनी हिस्सेदारी, ओबीसी, एससी, एसटी को उच्च न्यायपालिका में प्रतिनिधित्व,50 प्रतिशत आरक्षण सीमा की बाध्यता खत्म कर 70 प्रतिशत करने और जातिगत जनगणना के मुद्दे पर मुखर हो राहुल गांधी जी ने भाजपा को पटखनी दे काँग्रेस को अप्रत्याशित जीत दिलाने में सफ़लता दिलाए।

 

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग-2011 का परिणाम 14 अगस्त 2013 को घोषित हुआ जिसमें 30 में 5 यादव एसडीएम हुए थे और भाजपा ने 86 में 56 यादव एसडीएम बनाये जाने का झूठा प्रचार कराकर अतिपिछड़ी जातियों में यादवों के प्रति नफरत पैदा कर दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव व उनके प्रवक्ताओं की चुप्पी ने झूठ को सच में बदल दिया।

 

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